रतलाम। जिले के रिंगनोद थाना क्षेत्र के ग्राम माननखेडा में दस वर्षीय बालिका का अपहरण कर ले जा रहे बदमाशों का मुकाबला करने वाली 45 वर्षीय महिला कारीबाई माली एवं 61 वर्षीय दिव्यांग किसान भंवरसिंह के साहस की दूर दूर तक प्रशंसा हो रही है।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने अदम्य साहस का परिचय देकर बालिका को छुड़ाने एवं बदमाशों को गिरफ्तार कराने वाली कारीबाई तथा भंवरसिंह को शुक्रवार दोपहर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रशास्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।
गौरतलब है कि 1 मई 2023 की सुबह नौ बजे बालिका मंदिर जा रही थी। तभी आरोपी संतोष पिता नरवरसिंह लोधी निवासी ग्राम ठगाई थाना पाली जिला ललितपुर (यूपी) एवं सुशील कुमार उर्फ सुनील पिता देवीसिंह लोधी निवासी ग्राम झीरया तालुका चौका थाना बेगमगंज जिला रायसेन हालमुकाम मुसाखेड़ी आलोक नगर थाना आजाद नगर इंदौर, बाइक से मंदिर के पास पहुंचे थे।
एक बदमाश बालिका का हाथ पकड़कर उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठाने वाला था। तभी मंदिर से निकली कारीबाई बदमाशों के पास पहुंचकर मुकाबला करते हुए एक बदमाश को चप्पल मारकर बालिका को छुड़ाने लगी।
तभी पास में स्थित खेत से दिव्यांग किसान भंवरसिंह भी वहां पहुंचे तथा बदमाशों से मुकाबला करने लगे। दोनों ने बालिका को छुड़ाकर बदमाशों को पकड़ लिया था। बाद में बदमाशों को पुलिस को सौंप दिया था।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि आरोपीयों के खिलाफ भादंवि की धारा 363, 365, 354, 34 एवं पाक्सो एक्ट की धारा 7/8 में प्रकरण दर्ज किया है।
बदमाशों की बाइक पर जहरीली शराब से भरी प्लास्टिक की कैन बंधी पायी गयी। इस पर प्रकरण में आबकारी अधिनियम की धारा 49(ए) भी बढ़ायी गयी है।
दोनों आरोपी को न्यायालय में पेश किया था, जहां से दोनों को जेल भेजा गया।
कारीबाई माली ने बताया कि उनका गांव में कंगन स्टोर है। जब वे मंदिर से बाहर निकली तो कुछ दूरी पर एक बदमाश बाइक लेकर खड़ा था तथा दूसरा बालिका का हाथ पकड़कर बाइक पर बैठाने ले जा रहा था। यह देख वह चप्पल लेकर दौड़ती हुई बदमाशों के पास पहुंची। एक बदमाश को चप्पल मारकर बालिका को छुड़ाया।
किसान भंवरसिंह ने बताया कि वे खेत से घर जा रहे थे, उन्होंने कारीबाई को बदमाशों से मुकाबला करते देखा तो वे भी पहुंचे तथा एक बदमाश को पकड़ लिया था।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि कारीबाई एवं भंवर सिंह ने साहस का परिचय देकर बालिका को न केवल अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ावाया बल्कि आरोपीयों को पकड़कर पुलिस को सूचना दी। दोनों ने बदमाशों का मुकाबला कर बालिका के साथ गंभीर घटना होने से रोकी है। दोनों को असली हीरो के रूप में सम्मानित किया गया है।