विदिशा, रायसेन एवं राजगढ़ में तेज बारिश, ओलावृष्टि, प्रदेश में बिगड़ा मौसम

DR. SUMIT SENDRAM

भोपाल। मंगलवार की दोपहर जिले के अधिकांश क्षेत्रों में आंधी और बारिश हुई है।
रायसेन शहरी क्षेत्र के अलावा कहीं कहीं चने के आकार के ओले भी गिरे है। बारिश का दौर लगभग पूरे जिले में आधे से पौन घंटे चला, लेकिन इतनी ही देर में जोरदार बारिश के कारण, नालियों और सड़कों पर पानी बह निकला। फिलहाल बारिश से बहुत अधिक नुकसान की संभावना नहीं है।
जिले की कई जगह चने और बेर के आकार के ओले गिरे हैं, लेकिन अभी तक कोई बड़े नुकसान की जानकारी नहीं है। हालांकि फसलों में हुए नुकसान का आंकलन सर्वे के बाद ही हो पाएगा। यदि आंधी में फसल आड़ी नहीं हुई तो ये बारिश फसलों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है।
ग्राम मुरेल के किसान नरेश शर्मा के मुताबिक आंधी के कारण देरी से हुई बोवनी वाली फसल को कम नुकसान है। गेहूं में जहां अभी बालियां नहीं आईं हैं, वह फसल आड़ी होने के बाद भी खड़ी हो जाएगी, लेकिन जिसमे बाल आ चुकी है, वह अंधी में गिरने के बाद दोबारा नहीं उठ पाती। वैसे यदि फसलें ज्यादा आड़ी नहीं हुई है तो बारिश किसानों के लिए फायदेमंद ही है।
विदिशा में दोपहर के समय से वर्षा का दौर जारी है। करीब घंटे भर हल्की वर्षा हुई, इसके बाद बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज वर्षा हो रही है। ग्यारसपुर और अहमदपुर क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई है। इस वर्षा के कारण चना और मसूर की कटाई कर रहे किसानों के सामने फसल बचाने का संकट खड़ा हो गया है। इधर, खेतों में पकने को तैयार गेहूं की फसल में भी दाना बारीक पड़ने की आशंका है।
राजगढ़ जिले के कुछ गाँवो में पानी के साथ ओले गिरे, कुरावर में फसलें आड़ी हो गईं। नर्मदापुर के डोलरिया और सिवनीमालवा क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई है। सीहोर में भी ओलावृष्टि और बारिश हुई है।

 

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