जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय नए शिक्षण सत्र में जुलाई से बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोटर्स (बीपीईएस) पाठ्यक्रम में अब देशभर के विद्यार्थी प्रवेश ले सकेंगे।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर के तीन वर्षीय इस पाठ्यक्रम में अब तक विश्वविद्यालय से संबद्ध जिलों के विद्यार्थी के लिए ही था और अब 60 की जगह सीटें बढ़ाकर 90 की जा रही हैं।
बता दे कि अभी बीपीईएस पाठ्यक्रम बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (भोपाल) और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (इंदौर) में पढ़ाया जा रहा है। नए पाठ्यक्रम को लेकर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। अगले माह से कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (सीयूटी) के माध्यम से विद्यार्थी बीपीईएस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेंगे।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. राजेश वर्मा ने प्रवेश समिति की बैठक ली, जिसमें प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया। साथ ही अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर विचार किया गया।
बीपीईएस तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम होगा और इसके लिए 12वीं पास विद्यार्थी पात्र होंगे। देशभर के विद्यार्थी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (सीयूटी) के माध्यम से बीपीईएस में प्रवेश पा सकेंगे। सीयूटी एक कॉमन प्लेटफार्म है, विभिन्न पाठ्यक्रम चलाने वाले देशभर के सभी विश्वविद्यालय इसी का एक भाग हैं। इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया एक अप्रैल से आरंभ होने जा रही है और टेस्ट की प्रक्रिया पूरी कर कक्षाएं एक जुलाई से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षण विभाग के अंतर्गत लगेगी।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का शारीरिक शिक्षण विभाग बीपीईएस पाठ्यक्रम काफी पहले से संचालित कर रहा है, जिसमें अभी तक विश्वविद्यालय से संबद्ध जबलपुर सहित पांच जिलों नरसिंहपुर, मंडला, कटनी व डिंडौरी के विद्यार्थी इस स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में भाग लेने के पात्र होते थे। लेकिन अब सीयूटी के माध्यम से देशभर के विद्यार्थियों के लिए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने इस पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने अपने दरवाजे खोल दिए हैं। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय शारीरिक शिक्षण विभाग वर्तमान में बीपीएड (100 सीट) और एमपीएड (25 सीट) पाठ्यक्रम भी संचालित कर रहा है। एमपीएड के लिए बीपीएएड होना अनिवार्य है और दोनों ही स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम हैं।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के प्रवेश समिति प्रभारी डॉ. शैलेश चौबे ने बताया कि बीपीईएस को लेकर हमारा प्रयास अप्रैल से प्रवेश प्रक्रिया आरंभ करने की है, साथ ही कक्षाएं एक जुलाई से शुरू होगी। अभी तक विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए बाहर जाना पड़ता था अत: यहीं सुविधाएं विकसित कर रहे हैं तैयारी जारी है उन्हें लाभ मिलेगा।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षण विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. विशाल बन्ने ने बताया कि खेलों के क्षेत्र में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों को सीयूटी के माध्यम से एक अच्छा प्लेटफार्म मिलने जा रहा है, जिससे उनके करियर को एक नई दिशा मिलेगी और अन्य राज्यों से विद्यार्थी यहां आकर पाठ्यक्रम का लाभ उठा सकेंगे।