सीधी। भोपाल में आयोजित “मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन” में एसजीएस कॉलेज में अंग्रेजी के प्राध्यापक डॉ. अनिल कुमार सिंह सत्यप्रिय को कविता विधा में उल्लेखनीय योगदान के लिए “प्रथम मणिदीप सृजन सम्मान-2024” से अलंकृत किया गया। डॉ. अनिल कुमार सिंह ने इस सम्मान को ‘सीधी की मिट्टी का सम्मान’ कहा है। अपना जीवन उन्होंने सीधी को बेहतर भविष्य देने के लिए समर्पित किया है। जिन्होंने हमेशा धरातल से जुड़ते हुए समाज के हित के लिए हमेशा चिंतनशील रहे हैं। उनकी चिंतनशीलता को सम्मानित किया गया है। ये सीधी के लिए गौरव की बात है। उनका कहना है की हमेशा आपको कोई देख रहा होता है, आप कहीं भी रहें सकारात्मक दिशा में काम करने की सोच रखें।
इस समारोह में सीधी के तीन साहित्यकारों की पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इसमें डॉ. अनिल कुमार सिंह की कविता संग्रह ‘अंधेरे में स्वप्न’ और ‘एक नदी दस घाट’, वरिष्ठ पत्रकार एवं अधिवक्ता प्रगतिशील लेखक संघ इकाई सीधी के अध्यक्ष सोमेश्वर सिंह के गीत गजल कविता संग्रह ‘धूप में छाव ‘और शिव शंकर मिश्र सरस की पुस्तक ‘सबेर कस के होय’ का विमोचन हुआ।
विमोचन में साहित्य के श्रेष्ठ विभूति उपस्थित रहे इनमें हिंदी के सुव्यख्यात कथाकार , व्यंग्यकार कुंदन सिंह परिहार, प्रतिष्ठित कवि प्रयाग शुक्ल, कथाकार राजेश जोशी, वरिष्ठ पत्रकार विजय राय, शिक्षाविद सत्यमोहन वर्मा, डॉ. राधावल्लभ त्रिपाठी तथा डॉ. रेखा कश्तवार के कर कमलों से संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में देश के 500 से अधिक साहित्यकार एकत्रित हुए।