उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ जस्टिस तंखा मेमोरियल ट्रस्ट की रजत जयंती पर मानस भवन में जस्टिस जेएस वर्मा स्मृति व्याख्यानमाला के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल, सीएम शिवराज सिंह चौहान, मध्यप्रदेश के चीफ जस्टिस रवि मालिमठ और सुप्रीम कोर्ट के जज ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उपराष्ट्रपति ने कहा जस्टिस जेएस वर्मा के द्वारा दिए गए फैसले हमेशा न्यायसंगत रहते थे। उनका कार्यकाल कभी भी भुलाया नही जा सकता हैं।
जस्टिस वर्मा मेमोरियल कमेटी के चेयरमैन और राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा सन 1970 और 80 में मध्यप्रदेश के जज रहे हैं। जो अपने फैसलों के लिए आज भी जाने जाते हैं। सभी उनके फैसलों से डरते थे। जस्टिस वर्मा वकील होते हुए अच्छे तर्क रखा करते थे। यहीं वजह रही है कि जूनियर जस्टिस वर्मा के नाम से कांप जाते थे। वहीं राज्यसभा सांसद तंखा ने गर्वनर मंगूभाई पटेल को संवेदनशील राज्यपाल बताया। और सीएम शिवराज सिंह चौहान के 15 वर्ष में किए गए स्वास्थ्य के प्रति कार्य और योजना की प्रशंसा की।
संबोधन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा जस्टिस वर्मा के नाम से मध्य प्रदेश का सीना चौड़ा हो जाता है। इस कार्यक्रम के लिए आयोजक को धन्यवाद देता हूं। वहीं उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के पहली बार मध्यप्रदेश की धरती में आगमन पर आभार जताया। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रहे हैं। यह उनका परिवार है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जस्टिस वर्मा के फैसले का जिक्र किया। जिससे कारण आज महिलाएं स्वाविभान की जिंदगी व्यतीत कर रहीं हैं। उनके इस फैसले से आज देश को और मध्यप्रदेश को गौरव होता हैं।