कार्तिक मास की बैकुंठ चतुर्दशी पर सोमवार को नर्मदा तटों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में डुबकी लगाई उसके बाद तुलसी शालिग्राम का पूजन अर्चन किया और सत्यनारायण की कथा सुनी और पुण्य लाभ अर्जित किया पुजारियों का कहना है कि इसे देव दीपावली भी कहा जाता है चंद्र ग्रहण का सूतक लगने की वजह से कई लोगों ने वैकुंठ चतुर्दशी पर ही नर्मदा स्नान कर पूजा पाठ कर लिया |