चिड़‍ियाघर में पहली बार हुआ अफ्रीकन जेब्रा का जन्‍म, 3 वर्ष की कोशिश के बाद मिला था जोड़ा

DR. SUMIT SENDRAM

इंदौर। महानगर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय अथवा इंदौर के चिड़‍ियाघर में पहली बार अफ्रीकन जेब्रा का जन्‍म हुआ है।
च‍िड़ि‍याघर के अध‍िकारियों के मुताबिक जेब्रा और मां दोनों स्‍वस्‍थ हैं।
इंदौर चिड़‍ियाघर प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार जेब्रा के जोड़े ने रविवार रात करीब साढ़े दस बजे एक बच्‍चे को जन्‍म दिया।
उल्‍लेखनीय है कि गुजरात के जामनगर से एक्‍सचेंज कार्यक्रम के तहत जेब्रा का जोड़ा इंदौर के च‍िड़‍ियाघर में करीब पांच माह पहले लाया गया था।
गौरतलब है कि गुजरात के जामनगर से एक्‍सचेंज कार्यक्रम के तहत जेब्रा का जोड़ा इंदौर के च‍िड़‍ियाघर में करीब पांच माह पहले लाया गया था।
इंदौर चिड़‍ियाघर प्रबंधन के अधि‍कारियों का दावा है कि मध्‍य प्रदेश में पहली मर्तबा किसी अफ्रीकन जेब्रा का जन्‍म हुआ है।
यह भी उल्‍लेखनीय है कि इंदौर के प्राणी संग्रहालय में अब जेब्रा की संख्‍या तीन हो गई है।
मध्‍य प्रदेश में केवल इंदौर के चिड़‍ियाघर में ही जेब्रा है।
गुजरात के जामनगर से जेब्रा का जोड़ा करीब तीन साल की कवायद के बाद इंदौर को मिला था। इसके लिए अन्‍य राज्‍यों से भी संपर्क किया गया था।
रातभर के प्रयास के बाद नन्हा जेब्रा सुबह अपने पांव पर खड़ा हो गया है। चिड़ियाघर प्रबंधन के मुताबिक मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। दर्शक जल्द ही नन्हें जेब्रा की उछलकूद देख सकेंगे। जामनगर च‍िड़ि‍याघर को जेब्रा के बदले टाइगर दिया गया था।
शहर के 52 एकड़ में फैले चिड़ियाघर में 1300 वन्य प्राणी हैं। यहां लोग पक्षी विहार में देशविदेश के रंगबिरंगे पक्षी के साथ स्नैक्स हाउस में एनाकोंडा, सफेद अजगर सहित कई सांप देख सकते हैं। बिल्ली प्रजाति में शेर, बाघ, तेंदुआ आदि खासी संख्या में हैं।

 

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