नाबालिक मोहब्बत का अंजाम, घर से दर-बदर या फिर खून से तरबतर, झूठे प्यार के जाल में फंस रही बालिकाएं, मरने-मारने तक पहुंच रही बातें

सीधी। घर से दरबदर या फिर खून से तरबतर कुछ ऐसा ही नजर आता है सीधी जिले मे प्रेम कहानी का हश्र हुआ।
पिछले कुछ समय से मोहब्बत के नाम पर जान लेने- देने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
मोहब्बत सच्ची होने का तो पता नहीं पर अनेक घरों की खुशियां बिखर कर रह गई। कई घर से बाहर कर दिए गए तो कई घर न जाने की जिद पर सखी सेंटर में ही ठहर गई।
बाबुल का घर छोड़ने मे नाबालिग बालिकाओं की संख्या काफी बढ़ी तो उनके अपहरण-शोषण के मामले भी खूब दर्ज हो रहे हैं।
सूत्रो के अनुसार बालिकाओं की गुमशुदगी के मामले काफी सामने आए। कई बालिकाओं की गुमशुदगी महीनों बाद पुलिस दस्तयाब कर पाई।
नाबालिग बालिकाओं की संख्या गुमशुदा बालकों से ज्यादा है।
विगत वर्षों मे 116 बालिकाएं लापता हुई, वर्ष 2021 मे 79 बालिकाएं घर से निकल गई थी।
विगत वर्ष मे सीधी पुलिस ने महाराष्ट्र, गुजरात, सूरत सहित अन्य प्रदेशों से बालिकाओं सहित प्रेमी जोड़ो को दस्तयाब किया था।
नाबालिग पर प्रेम का भूत सवार हो जाता है। ऐसे में शातिर इश्कबाज किसी भी हालत मज उसे पाने के लिए मरने-मारने पर भी उतारु हो जाते है। ऐसे कई मामलों में मोहब्बत को खून से रंग दिया गया।
जमोड़ी इलाके में विगत कुछ वर्ष प्रेमी ने प्रेमिका को टांगी से मारकर हत्या कर दिया था, प्रेमी को भूत सवार प्रेमिका से एकतरफा प्यार का हो चुका था, इसके पूर्व भी अंधियार खोह स्थित एक आवास में युवक ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। वहीं, इस तरह के कई मामले आ चुके है जिसमें प्रेमी प्रेमिका एक साथ फांसी के फंदे मे झूल गए, युवक कथित प्रेमिका को अपने साथ घर से दूर बगीचे में ले जाकर दोनो ने एक साथ आत्महत्या कर बैठे, इसी तरह प्रेमिका की सगाई होने के बाद भी युवक प्रेमिका को लेकर भाग गए।
सूत्र बताते है कि एक ऐसा ही मामला सामने आ चुका है, जहां दो नाबालिक किशोरियों को युवक के झांसे में आकर उसके साथ सूरत चली गई। कुछ दिन उसके साथ रखा शादी का झांसा देकर शोषण करता रहा। बाद में पुलिस ने दस्तयाब किया तो बालिका ने युवक के खिलाफ अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज कराया। ऐसे ही एक मामले मे बालिका को कई महीनों इधर-उधर घुमाकर शोषण करने के बाद फरार हो गया। सूत्र बताते हैं कि अधिकांश नाबालिग झूठे प्रेमजाल में फंसकर घर से भाग गई। न तो कानूनन इनका विवाह हो पाता है न ही शातिर युवक उन्हें पूरी तरह अपनाते है। ऐसे में वे ठग हारकर घर लौट आती है। कथित प्रेम विवाह करने वाली नाबालिग युवती ने अपने माता-पिता के साथ जाने से इनकार कर देती है। उसके बाद भी माता-पिता उसे घर ले जाने के लिए कहते रहे तब भी उसका यही जबाव था उसने कहा कि प्रेम विवाह किया है। इसी तरह के अनेक नाबालिग घर से दरबदर हो रही हैं।
सूत्र बताते हैं कि अधिकांश मामलों मे प्रेम विवाह के नाम पर मासूम बालिकाओं का शोषण किया जाता है। शादी करने और साथ रहकर जिंदगी बिताने की सब बाते बेमानी है। मोबाइल के बढ़ते चलन के साथ मोहब्बत की झूठी कहानी गढ़ी जा रही है। थानो मे दर्ज पाक्सो एक्ट के मामलों पर नजर डाले तो ऐसा ही सबकुछ सामने आया। बालिका को प्रेमजाल में फंसाकर उसका शोषण करने वालो पर वे मामले दर्ज है। जरा सी नासमझी बालिकाओं के जीवन को गलत दिशा दे रही है। उनमें अच्छा बुरा सोचने की क्षमता पैदा की जाए, परिवार की भी जिम्मेदारी है कि उनके असामान्य व्यवहार पर ध्यान दे। गलत कदम उठाने पर बालिका घर से दरबदर हो जाती है, साथ ही समाज मे भी पुर्नस्थापित होने में काफी परेशान होती है।

 

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