भोपाल। प्रदेश के पांचवीं एवं आठवीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम 10 से 15 अप्रैल के बीच में घोषित होने की संभावना है।
प्रदेश भर के सरकारी व निजी स्कूलों के करीब 25 लाख विद्यार्थी परिणाम के इंतजार में है।
यह परिणाम एक अप्रैल को आना था, लेकिन अब तक 70 प्रतिशत उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य पूरा हुआ है।
मूल्यांकन कार्य 31 मार्च तक समाप्त करना था। वहीं, शिक्षक मूल्यांकन केंद्र नहीं पहुंच रहे हैं। इस कारण उत्तरपुस्तिकाओं को जांचने का काम नहीं पूरा हो पा रहा है। ऐसे में अब तक अप्रैल के पहले सप्ताह में रिजल्ट आना बहुत मुश्किल लग रहा है।
अभी विद्यार्थियों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है।
बता दें कि राज्य शिक्षा केंद्र ने जो समय-सारिणी तय किया था, उसके हिसाब से अप्रैल के पहले सप्ताह में पांचवीं व आठवीं का परिणाम आना था, लेकिन अब तक 30 प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाओं को जांचना है।
निजी स्कूलों के अंग्रेजी माध्यम के चार लाख विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिकाओं को जांचने के लिए सरकारी स्कूल में शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। इस कारण निजी स्कूलों के शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में लगाया गया है। शिक्षकों ने पिछले साल का मानदेय नहीं मिलने से इस बार की कापियों को जांचने से इंकार कर दिया है।
राजधानी के चार मूल्यांकन केंद्रों पर 3200 शिक्षकों को साढ़े पांच लाख से अधिक कापियाें को जांचने के लिए लगाया गया है। इसमें अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों की कापियां जांचने के लिए निजी स्कूल के करीब डेढ़ हजार शिक्षक हैं।
अधिकारियों का कहना है कि शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है।इस कारण मूल्यांकन में देरी हो रही है।
अरेरा कालोनी के नवीन हायर सेकेंडरी स्कूल में बनाए मूल्यांकन केंद्र पर 244 शिक्षक कापी जांचने ही नहीं पहुंच रहे हैं। इनमें हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, गणित, संस्कृत, उर्दू, पर्यावरण अध्ययन विषय के शिक्षक शामिल हैं।
शिक्षक संगठनों का कहना है कि जिन शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में या स्कूल के ही किसी दूसरे काम में लगी थी, उन्हें भी इस 244 शिक्षकों की सूची में शामिल कर लिया गया है।
राज्य शिक्षा केंद्र की अपर मिशन संचालक उमा माहेश्वरी ने बताया कि पांचवीं व आठवीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा। अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।