बैंक में नकली सोना रखकर 4 करोड़ की ठगी, कोलार पुलिस ने किया मामला दर्ज

DR. SUMIT SENDRAM

भोपाल। आईसीआईसीआई बैंक में नकली सोना गिरवी रखकर करीब 4 करोड़ 32 लाख रुपए ठगने वाले चार आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है।
इस मामले में चार बैंककर्मी, तीन सुनार और दस बैंक ग्राहक सहित कुल 17 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस उपायुक्त श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने प्रेसवार्ता में बताया कि आईसीआईसीआई बैंक की रीजनल हेड कंचन राजदेव और क्षेत्रीय प्रबंधक भानु उमरे ने इस मामले की शिकायत कोलार थाना पुलिस से की थी।
शिकायत में बताया गया कि बैंक की कोलार रोड स्थित शाखा का आकस्मिक निरीक्षण और ऑडिट में पता चला कि बैंक के अधिकारी और कर्मचारी तथा स्वर्ण का मूल्यांकन करने वाले अधिकृत सुनार की मिलीभगत से संदिग्ध ग्राहकों ने बैंक में नकली सोना गिरवी रखा और करीब चार करोड़ 32 लाख रुपये की चपत बैंक को लगाई है।
कोलार पुलिस ने शिकायत की जांच की, तो मामला सही पाया गया, जिसके बाद यह केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया।
क्राइम ब्रांच ने अपने स्तर पर जांच की तो पता चला कि बैंक के चार अधिकारी और कर्मचारियों ने तीन सुनारों के साथ मिलकर 10 ग्राहकों के कुल 36 खातों में नकली सोना गिरवी रखकर 4 करोड़ 32 लाख से ज्यादा का नुकसान बैंक को पहुंचाया गया है। इनमें से 22 खाते ऐसे निकले जिनमें नकली सोना गिरवी रखा गया था, जबकि 14 खातों में बगैर को सोना गिरवी रखे ही गोल्ड लोन स्वीकृत कर दिया गया था।
क्राइम ब्रांच ने इस मामले में 4 बैंक अधिकारियों, 3 सुनार (एवरेजर) एवं 10 संदिग्ध ग्राहकों के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया था।
इस मामले में सुनार राकेश सोनी निवासी हनुमानगंज और जगदीश कुमार सोनी निवासी बजरिया के साथ ही दो ग्राहकों शोभित कुमार जैन निवासी छतरपुर और अरुण शर्मा निवासी होशंगाबाद रोड भोपाल को गिरफ्तार किया गया है।
अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैं।

 

Next Post

नए कोविड वेरिएंट बी 2.86 का पहला केस मिला, मरीज की हालत बेहतर

इंदौर। जिला मुख्यालय में कोरोना के नए वेरिएंट बी 2.86 का मामला प्रकाश में आया है। कोरोना संक्रमित मरीज के सेंपल की जांच के बाद इसकी जानकारी अरबिंदो अस्पताल को मिली। फिलहाल मरीज की खतरे से बाहर है। कोरोना संक्रमित मरीजों की इंदौर के अस्पताल में हर 15 दिन में […]