भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में आगामी तीन दिन मौसम का मिजाज बदला रहेगा।
इस दौरान तेज आंधी और बारिश होने के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
ग्वालियर, चंबल, रीवा एवं सागर संभाग में सबसे ज्यादा असर रहेगा, जबकि, भोपाल, इंदौर तथा जबलपुर में बादलो का डेरा बना रहेगा।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम 140 से 150 किमी के हिसाब से चल रही है। इसकी वजह से कई जिलों में कोहरा रहा। शनिवार से पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर पड़ेगा। उत्तरी मध्यप्रदेश में भी गरज-चमक के साथ बारिश और ओले भी गिर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि 3 फरवरी को ग्वालियर, शिवपुरी और दतिया में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
4 फरवरी की सुबह भिंड-मुरैना में हल्की ओलावृष्टि हो सकती है। इस दिन चंबल संभाग के श्योपुर, मुरैना और भिंड, ग्वालियर संभाग के दतिया-ग्वालियर में ओलावृष्टि होगी। वहीं, 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है। नीमच, शिवपुरी, टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर में भी बूंदाबांदी हो सकती है।
5 फरवरी को ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग समेत मंडला, सिवनी, बालाघाट और छिंदवाड़ा में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
बादल की वजह से 3 दिन तक दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, लेकिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस के गुजरने के बाद रात के तापमान में गिरावट होगी। ठंड का हल्का दौर फिर आएगा।