उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में करंट से एक बाघ की मौत के बाद प्रदेश में जारी किए गए शिकारियों को लेकर अलर्ट और बाघों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। यह सवाल इसलिए भी बड़ा है क्योंकि बांधवगढ़ के कटनी जिले से लगे हिस्से में बाघों की सबसे ज्यादा मौत होती है। पिछले कई साल से लेकर इस साल तक का आंकड़ा यही बताता है। इस साल भी बांधवगढ़ में दो बाघों की मौत हुई है और दोनों ही मौतें पनपथा रेंज में हुई है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वर्ष 2020 से पिछले पांच सालों में 51 बाघों की मौत हो चुकी है। वर्ष 2020 में नौ बाघों की मौत हुई। वर्ष 2021 में 15 बाघों ने बांधवगढ़ में अपनी जान गंवाई। वर्ष 2022 में सात बाघ मरे। वर्ष 2023 में 13 एक-एक करके बाघों की जान गई। वर्ष 2024 में 13 बाघों की मौत का आंकड़ा रहा और वर्ष 2025 शुरू होते ही बांधवगढ़ के तीन बाघ मौत के मुंह में समा गए। जबकि इन आंकड़ों का सबसे अहम पहलू यह है कि मरने वाले कुल बाघों में से 17 बाघों की बांधवगढ़ के पनपथा रेंज में मौत हुई है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे भादर नदी के पास करंट की चपेट में आने से एक बाघ की मौत हो गई है। मौत के बाद बाघ के शव को कुछ ग्रामीणों ने मिलकर जमीन में दफना दिया था। इस मामले की जानकारी सामने आने के बाद वन विभाग ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रामचरण कोल एवं पांडू कोल निवासी सुखदास शामिल हैं।
बन्धवगढ़ टाइगर रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर पीके वर्मा ने बताया कि बांधवगढ टाइगर रिज़र्व अंतर्गत पनपथा बफर के सुखदास ग्राम की सीमा में बाघ की करेंट से मौत हुई थी। जिसके बाद आरोपियों ने बाघ को दफना दिया था, खबर है कि आरोपियों ने बाघ के शव को भदार नदी के किनारे आरएफ 394 बीट जाजागढ में दफनाया था। इस बात की खबर पार्क अमले को जैसे ही लगी पूरा पार्क अमला सक्रिय हो गया।
मामले में पनपथा बफर टीम ने ग्राम सुखदास निवासी दो आरोपी रामचरण कौल और पांडू कौल को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के खिलाफ पीओआर क्रमांक 357/13 के तहत प्रकरण पंजीबद्व किया है। खबर ये भी है कि पार्क टीम ने आरोपियों के कब्जे से जीआई तार और कुल्हाड़ी भी जब्त की है। देर शाम मृत बाघ का प्रोटोकाल मुताबिक पोस्टमार्टम व दाह संस्कार किया गया है।
इस पूरी कार्यवाही में क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय के निर्देशन में एसडीओ पनपथा बी.एस. उप्पल, रेंजर पनपथा अर्पित मैराल, डिप्टी रेंजर रामसिया शुक्ला, चैन सिंह मार्को, वनरक्षक मोहित खटीक, धर्म पाल बैगा, अनिल सोनवानी, कुलदीप सिंह, ओम प्रकाश बैगा, राम भजन सोनी, आशीष पटेल, डॉग स्क्वायड के राजकुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।