जबलपुर। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित सिटीज 2.0 चैलेंज के अंतर्गत आयोजित प्रतिस्पर्धा में संस्कारधानी जबलपुर को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है।
इस बड़ी सफलता और उपलब्धि के पीछे के प्रथम नागरिक महापौर जगत बहादुर सिंह “अन्नू” एवं निगमायुक्त प्रीति यादव के अथक प्रयासों का सफल परिणाम है।
इस संबंध में महापौर जगत बहादुर सिंह “अन्नू”, निगमाध्यक्ष रिकुंज विज एवं निगमायुक्त प्रीति यादव ने संस्कारधानी जबलपुर के सभी नागरिकों के साथ-साथ स्वच्छता अभियान के नोडल संभव अयाची व उनकी टीम के सदस्यों को बधाई दी है।
महापौर ने इस उपलब्धि के बारे में बताया कि सीआईटीआईआईएस 2.0 चैलेंज के अंतर्गत देश भर से 18 शहरों का चयन किया जाना था। उन्होंने बताया कि इन्टीग्रेटेड सालिड वेस्ट मैनेजमेंट थीम को लेकर सभी शहरों को अपना प्रस्ताव 15 जनवरी तक तैयार करके भेजना था। इसके लिए कुल 84 शहरों ने अपने प्रस्ताव दिए थे।
महापौर जगत बहादुर सिंह “अन्नू” ने बताया कि चयनित होने पर जबलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड को शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 135 करोड़ रुपये की सहायता केंद्र से प्राप्त होगी। 20 प्रतिशत शहर को स्वयं वहन करना होगा।
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू व निगमायुक्त प्रीति यादव के कुशल मार्गदर्शन में एमआईसी ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगाकर केंद्र को इसकी प्रति प्रेषित की थी।
स्वच्छता टीम के नोडल अधिकारी संभव अयाची ने बताया कि निगमायुक्त प्रीति यादव के मार्गदर्शन एवं निरीक्षण में इस चैलेंज में प्रस्तुत किये जाने वाले प्रस्ताव के लिए वे स्वयं व उनकी टीम के सदस्य बालेन्द्र शुक्ला, अंकुर खरे, अभिनव मिश्रा, अर्पित नेमा, गजेंद्र सिंह ने बहुत मेहनत की जिसका परिणाम सकारात्मक रहा एवं शहर को चयनित किया गया। जबलपुर शहर में मुख्य रूप से गीले कचरे के निपटान हेतु बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना, नये आटोमेटेड ट्रांसफर स्टेशन, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट उन्नयन इत्यादि कार्य किए जाएंगे।