अवैध कोयला कारोबारियों के आगे प्रशासन नतमस्तक, सिंगरौली से आती हैं कोयले की अवैध खेप, सीधी एवं बहरी में दर्जन भर जगहों पर संचालित हैं यार्ड

सीधी। जिले में कोयले का अवैध कारोबार करने वालों के सामने जिले का खनिज विभाग एवं जिला प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन पूरी तरह नतमस्तक रहा है।
सिंगरौली से कम्पनियों के लिए जाने वाला कोयला जिले में अवैध कारोबार का प्रमुख व्यवसाय बन गया है।
सिटी कोतवाली, जमोड़ी एवं बहरी में संचालित अवैद्य कोल कारोबारियों द्वारा जमकर गोलमाल किया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि उसे पुलिस व राजस्व का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते सिंगरौली से कोयले का परिवहन करने वाले वाहनों से सेंटिंग जमाकर वो ट्रक भर कोयला खाली करा लेता है।
गौरतलब है कि जिले के बहरी में कोयले का अवैध कारोबार बीते तीन वर्षों से जोरों पर चल रहा है, शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस ओर नजर नहीं दौड़ाई जा रही है, जिससे ये आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस पूरे अवैध कारोबार में पुलिस व राजस्व के आला अधिकारियों की भी संलिप्तता है।
बताया गया है कि बहरी बाजार क्षेत्र में संचालित एक अड्डे के अलावा तीन अन्य व्यक्तियों द्वारा कोयले का अवैध कारोबार व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है, जिनके द्वारा रंगीन जाली लगाकर कोयले के इस कारोबार को ढंका भी गया है। हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्ग से सटा होने के चलते इस कारोबार पर राह से निकलने वाले हर व्यक्ति की नजर रहती है। हैरानी की बात यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग में संचालित होने के बाद भी पुलिस व राजस्व अधिकारियों की नजर इन पर नहीं पड़ रही है, या फिर ये कहें कि यह कारोबार इन्ही के संरक्षण में फल फूल रहा है।
हर महीने थाने में नजराना पहुंचने की खबर जिले के जमोड़ी, बहरी एवं सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत कोयले का अवैध कारोबार सबसे आगे चल रहा है। यहां राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा अन्दर के मार्गों में भी कुछ स्थानीय लोगों द्वारा कोयले का यार्ड लेकर काला कारोबार किया जा रहा है। जिसकी शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा आज तक एक भी कोल कारोबारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।
सूत्रों की माने तो कोयला कारोबारियों व पुलिस के बीच आपसी सांठ-गांठ बनी हुई है जिनके द्वारा इस अवैध कारोबार से अर्जित धन की एक मुश्त राशि प्रत्येक माह थाना प्रभारी व संबंधित पुलिस स्टाफ को उपलब्ध कराई जाती है, जिसके चलते पुलिस विभाग द्वारा इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जिले के सिटी कोतवाली, जमोड़ी एवं बहरी थानान्तर्गत चल रहे कोयले के काले खेल में सत्ताधारी दल के नेता भी इस कारोबार में संलिप्त बताये गए हैं। सूत्रों द्वारा बताया गया कि सत्ताधारी दल के नेताओं के संलिप्त होने के कारण इस कारोबार पर किसी भी तरह की आंच नहीं आ रही है। बताया गया कि ये कारोबार विगत दो- तीन वर्षों से खूब फल-फूल रहा है जिसकी काली कमाई छोटे अधिकारियों से लेकर बड़े अधिकारियों तक पहुंच रही है, साथ ही सत्ताधारी सफेदपोशों के पास इस काले कारोबार का पैसा पहुंच रहा है जिसकी वजह से कार्रवाई करने अधिकारियों को पसीना छूट रहा है।

 

Next Post

एनसीएल के निगाही खदान में भीषण हादसा, होलपैक डंफर की बोलेरो से भिड़ंत, एक की मौत तीन घायल

सिंगरौली। जिले के एनसीएल निगाही परियोजना कोयला खदान के बेस्ट एरिया में भीषण दुर्घटना हो गया। जानकारी के मुताबिक खदान में एक होलपैक डंफर की बोलेरो से जबरदस्त टक्कर हो गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हादसे में एक कर्मचारी ओंकारेश्वर पाण्डेय की घटनास्थल पर ही मौत हो गई […]