सागर। जिला मुख्यालय स्थित पुलिस कंट्रोल रूम के सामने नेपाल पैलेस निवासी देवर प्रवेश पटेल ने अपनी भाभी वंदना (32), बड़ी भतीजी अवंतिका (8) एवं छोटी भतीजी अन्विका (3) को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने आरोपी प्रवेश पटेल को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारम्भ कर दी है।
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि प्रवेश ऑनलाइन गेम खेलता है। उसकी बड़े भाई विशेष पटेल से संपति को लेकर अनबन है। प्रवेश आए दिन रुपये की मांग करता है, जिससे विवाद होता है। उनके पिता पीडब्ल्यूडी में पदस्थ थे, जिनके रिटायरमेंट पर मिली राशि पर भी दोनों भाइयों में विवाद था।
मंगलवार को प्रवेश सागर आया। उसने अपनी भाभी से रुपये मांगे, लेकिन जब उसने रुपये नहीं दिए तो विवाद बढ़ा। इसके बाद प्रवेश ने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले, जिसमें प्रवेश नजर आया। वहीं, वंदना के घर में भी सीसीटीवी कैमरा लगा है, लेकिन उसमें रिकार्डिंग सुरक्षित नहीं होती।
मृतिक मां और बेटियों के शवों का पैनल पीएम हुआ, जिसके बाद शाम को शव परिजन को सौंप दिए गए। महिला के मायके पक्ष और समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन भी किया। उन्होंने हत्या के लिए पति और देवर सहित सास को जिम्मेदार ठहराया।
समाज के लोगों का आक्रोश देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा।
जानकारी के मुताबिक आरोपी द्वारा वंदना पर सब्जी काटने वाले चाकू से 15 वार किए। इसके बाद सिर पर भारी चीज से वार किया गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद उसने अपनी बड़ी भतीजी अवंतिका की हत्या की। आरोपी आवंतिका के दोनों हाथों को पैर दबाकर उसके सीने पर बैठ गया, इसके बाद गला दबाया व गर्दन पर चाकू मारे। सबसे बाद में उसने दूसरे कमरे में सो रही अन्विका पर हमला किया। हत्यारे ने अन्विका के शरीर पर चाकू से चार वार किए। इसके बाद उसके सिर पर सिलबट जैसी भारी चीज से वार कर मौत की नींद सुला दिया।
हत्याकांड के इस मामले में पुलिस को वंदना के पति विशेष पटेल व देवर प्रवेश पटेल पर शक था। पुलिस ने हत्या की जांच करते हुए सुबह ही दोनों को हिरासत में ले लिया। वंदना का पति विशेष जिला अस्पताल में पदस्थ है। वह रात 10.30 बजे ही घर पहुंचा था। वहीं उसका देवर जो दमोह में रहता है, उसकी लोकेशन मंगलवार की शाम सागर में ही मिली। पुलिस ने इसके बाद पड़ताल शुरू की तो पता चला कि प्रवेश ऑनलाइन गेम खेलता है। दोनों भाइयों में भी संपति को लेकर अनबन है। प्रवेश आए दिन रुपये की मांग करता है, जिससे विवाद होता है। उनके पिता पीडब्ल्यूडी में पदस्थ थे, जिनके सेवानिवृत पर मिली राशि पर भी दोनों भाइयों में विवाद था।
वही, वंदना के मायके से आए लोगों ने इस हत्या की मुख्य वजह वंदना की सास को बताया।
मृतका का चाचा पाटन गांव निवासी कामता प्रसाद पटेल ने बताया कि वंदना की सास आए दिन उससे विवाद करती थी। वह इससे पहले जब भी इलाज कराने के लिए भोपाल जाती तो घर पर किसी न किसी को छोड़कर जाती थी। सास वंदना से एक दिन पहले भी लड़ी, लेकिन इस बार वह अकेली भोपाल गई। साथ में वह घर पर किसी को नहीं छोड़ गई।
मायके पक्ष वालों का कहना है कि इस साजिश में देवर के साथ उसकी सास भी मिली है, जिस पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्रवेश अपनी भाभी व दोनों भतीजियों की हत्या कर वापस दमोह पहुंच गया। जहां वह अपनी पत्नी के मायके सरखड़ी पहुंचा। जहां पत्नी को लेकर सुबह सागर आया। प्रवेश की शादी दो साल पहले हुई थी, लेकिन कोई संतान नहीं थी। पुलिस को उस पर पहले से ही शक था।