इंदौर। ये केवल दो उदाहरण है, जिसमें बीएसएनएल के नाम से से संदेश भेजे गए है। मोबाइल उपभोक्ता को व्हाट्सएप्प पर इमेज और टेक्स मैसेज पर लिखित संदेश प्राप्त हो रहे है। उसमें आधार अपडेट करने कहा जाता है।
साथ ही फर्जी मैसेज में सिम ब्लॉक, बैंक, बिजली कनेक्शन काटने जैसी चेतावनी दी जा रही है। प्रक्रिया पूरी करने पर निर्धारित शुल्क जमा करवाया जाता है। कुछ ऐसी ही शिकायत बीएसएनएल को मिली है।
अब बीएसएनएल ने अपने मोबाइल उपभोक्ताओं को अलर्ट रहने को कहा है। कंपनी के मुताबिक वह केवाईसी अपडेट करवाने के लिए किसी भी प्रकार के संदेश उपभोक्ता को नहीं भेजते है।
अधिकारियों ने अपील की और उपभोक्ताओं को किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करने कहा है।
ऑनलाइन ठगी के संबंध में बीएसएनएल के पास पंद्रह दिनों में सैकड़ों शिकायतें पहुंची है। कुछ उपभोक्ताओं ने इसके बारे में मौखिक रूप से भी आपत्ति दर्ज करवाई है। बीएसएनएल के नाम का इस्तेमाल किए जाने के चलते कंपनी ने एडवाइजरी जारी की है।
बीएसएनल ने अपने उपभोक्ताओं को ऐसे फर्जी मैसेज के साथ आ रही लिंक पर क्लिक ना करने, मोबाइल नंबरों पर काल नहीं करने और किसी भी तरह के कोई एप्प इनस्टाल नहीं करने का सलाह दी है। उपभोक्ता भारत सरकार द्वारा जारी चक्षु पोर्टल की वेबसाइट और साइबर सेल के नंबर 1930 पर भी शिकायत कर सकते हैं। वहीं, कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस तरह के मैसेज के खिलाफ साइबर सेल में शिकायत करने पर जोर दिया है।
वहीं, अधिकारियों ने साइबर सेल की मदद लेने का विचार किया है। इसे लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया गया है।
बीएसएनल के महाप्रबंधक पंकज उपाध्याय का कहना है कि बीएसएनल ने उपभोक्ताओं की सुरक्षा और सहायता के लिए यह कदम उठाया है। बीएसएनएल ने कभी भी केवायसी अपडेट के लिए उपभोक्ता को मैसेज नहीं भेजता है।