भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस की कुल 24 बटालियनों से केवल 23वीं बटालियन ऐसी है जिसके पास स्पेशल महिला कंपनी है।
मध्यप्रदेश की एकमात्र महिला पुलिस कंपनी में कंमाडर से लेकर सिपाही तक महिलाएं ही हैं, जो ड्यूटी निभाती हैं। 95 महिलाओं की यह स्पेशल टीम न केवल नागरिकों बल्कि महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए भी हर मोर्चे पर डटी रहती है।
स्थापना के 38 वर्षों बाद भी एकमात्र होने के साथ अपनी विशेषता बनाई हुई यह कंपनी अयोध्या पर निर्णय से लेकर अयोध्या में बावरी विध्वंस, उज्जैन सिंहस्थ, जल सत्याग्रह के समय तैनात होकर सुरक्षा सुनिश्चित कर चुकी हैं। बीते दिनों नागद्वारी से ड्यूटी निभाकर लौटी यह कंपनी 15 अगस्त की परेड में अपनी भूमिका निभाती नजर आई।
महिला कंपनी की प्रभारी, (निरी) नीलिमा सराफ ने बताया कि 23वीं बटालियन की महिला कंपनी का गठन 29 अप्रैल 1986 को हुआ था। महिला कंपनी न केवल प्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, बल्कि देश की आंतरिेक सुरक्षा को भी और सुदृढ़ बनाती है। इस कंपनी को अब तक दो बार डीजी डिस्क अवार्ड भी मिल चुका है।
आपदाकाल, ला एंड ऑर्डर बनाए रखने, वीआईपी सुरक्षा और सिंहस्थ जैसे वृहद स्तर पर होने वाले आयोजनों में नागरिकों की सुरक्षा के लिए 23वीं बटालियन में गठित महिला कंपनी में तैनात महिला अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है।
वर्ष 2013 में केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा में घायलों की सहायता और जान-माल की रक्षा के लिए भी इस कंपनी ने अपने कर्तव्य का निर्वहन कर असीम शौर्य का परिचय दिया था।
कंपनी में तैनात महिला आरक्षक योगेश्वरी सोलंकी ने बताया कि वर्ष 2011 में भोपाल गैस कांड की 27वीं बरसी के मौके पर मुआवजे की मांग को लेकर हुए रेल आंदोलन के समय उनकी ड्यूटी ऐशबाग में लगाई गई थी।
उस समय आंदोलनकारियों को पटरी से हटाने के दौरान भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया और पुलिस चौकी पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने का प्रयास किया। तब जिला पुलिस बल और एसएफ के जवानों के साथ ही महिला टुकड़ी में शामिल महिला जवानों ने भी भीड़ पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
कंपनी में तैनात महिला अधिकारियों को दो बार डीजी डिस्क अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। कंपनी की पहली प्रभारी मेनका गुरुंग के अलावा निरीक्षक शैली थॉमस को भी यह अवार्ड मिल चुका है। साथ ही इस महिला कंपनी को राष्ट्रीय और राज्य स्तर के कई सम्मान भी प्राप्त हो चुके हैं।